रिपोर्ट- विशाल राणा
भारतीय कुश्ती महासंघ को वर्ल्ड रेसलिंग की सर्वोच्च संस्था UWW की तरफ से एक बड़ा झटका लगा है। समय पर चुनाव न कराने को लेकर UWW ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को सस्पेंड कर दिया है। अब भारतीय पहलवान तिरंगा के तले नहीं खेल पाएंगे। आगामी वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवान खेते हुए तो नजर आएंगे लेकिन सभी भारतीय पहलवान तिरंगे के तले नहीं खे पाएंगे। 16 सितंबर से वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप का आगाज होने जा रहा है।
विश्व कुश्ती संघ ने तय किया था चुनाव का समय
30 मई को विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती संघ को एक पत्र लिखकर 45 दिनों के अंदर चुनाव कराने के लिए बोला था। इस मुताबिक 15 जुलाई तक भारतीय कुश्ती महासंघ को अध्यक्ष का चुनाव कराना था लेकिन भूपेंद्र सिंह बाजवा की अगुवाई वाले तदर्थ पैनल को 45 दिनों के अंदर चुनाव नहीं करा पाई। जिसके बाद अब एक्शन लेते हुए विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ को सस्पेंड कर दिया। महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों के बाद भारतीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा ADHOC कमेटी बनाई गई। जो भारतीय कुश्ती महासंघ के कामकाजों को देख रही है।
महिला पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर लगाए थे आरोप
भारतीय महिला पहलवानों ने WFI के प्रमुख बृजभूषण सिंह शरण पर यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए थे और बृजभूषण के खिलाफ केस दर्ज किया गया। जिसके बाद मामला कोर्ट में गया लेकिन कार्रवाई न होने के चलते सभी महिला पहलवान धरने पर बैठ गई। पहलवानों के धरने पर बैठने के बाद चुनाव में देरी हुई और हरियाणा-पंजाब हाईकोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी थी वहीं अब समय पर चुनाव न होने की वजह से अब विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ को सस्पेंड कर दिया है।