Ajab Gajab: आपने कभी किसी के द्वारा कहानियां या किताबों में भूत, प्रेत, और आत्माओं के बारें में सुना और पढ़ा ही होगा. लेकिन कभी किसी ने इसका आभास नहीं किया होगा कि क्या सच में बुरी आत्मां होती है या नहीं? जबकि हमारे देश में कई लोग इस बात का दावा भी करते है उन्होंने भूतों को देखा है. साथ- साथ कई लोग ऐसा महसूस भी करते हैं कि उनके आसपास बुरी आत्माओं का साया है. इस बात को लेकर आज हम चर्चा करेंगे की भूत – प्रेत होते हैं या नहीं.
आइए पहले जानते है आत्मा के कितने रूप होते है
आत्मा के तीन स्वरूप माने गए हैं- जीवात्मा, प्रेतात्मा और सुक्ष्मात्मा. जो भोतिक शरीर में वास करती है उसे जीवात्मा करते है. जब इस जीवात्मा का वासना और कामनायन शरीर में निवास होता है उसे प्रेतात्मा कहते हैं. यह आत्मा जब सुक्ष्मतम शरीर में प्रवेश करता है उसे सुक्ष्मात्मा कहते है. आत्मा किसी भी प्रकार का शरीर धारण करने बाद करने के बाद वह वैसी ही कहलाती है, जबकि उसका स्वरूप मात्र सुक्ष्मतम बिंदू मात्र ही मूल रूप है. इसके बाद आपके मन में एक सवाल उठा होगा कि आखिर वो भूत कैसे बनते है और कौन होते है?
विज्ञान के अनुसार क्या है आत्मा?
अगर हम विज्ञान की भाषा में आत्मा की बात करें तो धार्मिक नाम है जो न्यूट्रॉन, प्रोटान और इलेक्ट्रॉन से मिलकर बना है. जिसके बारे में विज्ञान कहता है कि इन्हें ना तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट्र किया जा सकता है. अब हम इसे आत्मा कहें या परमाणू कहें दोनों एक ही बात है. अगर भविष्य में विज्ञान के अनुसार देखें तो हम मशीनों के द्वारा न केवल मन को जान सकते हैं बल्कि ब्रम्हांड में उपस्थित मेमोरिज को भी डिटेक्ट कर सकते हैं. परंतु साइंस कभी भी आत्मा तत्त्व को नहीं जान सकता क्योंकि साइंस प्राकृति के गुणों अधीन काम करता है और आत्मा प्राकृति से बिल्कुल परे है. इसलिए हमारा मानना है कि साइंस कभी भी आत्मा परमात्मा जैसी बातों को स्वीकार नहीं करेंगा.
विज्ञान के अनुसार बुरी आत्मा को क्या कहते है?
इस बात से आप भी हैरान होगें कि अध्यात्मिक देश भारत में बल्कि विदेशों जैसे अमेरिका विकसित देश में भी बुरी आत्माओं और भूत- प्रेत पर भरोसा किया जाता है. साल 2019 में हुए इप्सोस पोल के अनुसार 46 प्रतिशत अमेरिका नागरिक यह मानते हैं कि सच में भूत होते हैं. इसके साथ- साथ यहां कई ऐसे संगठन भी है जो इन रहस्यों पर छानबीन कर रहे हैं. वर्तमान समय में वैज्ञानिक ऐसा आधुनिक उपकरण नहीं बना पाए है, जिससे भूत या बुरी आत्माओं से संपर्क साधा जा सके. लेकिन इस पर छानबीन आज भी जारी है.