Punjab News: पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविंदर सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया। 16 जून को उनकी फूड पाइप में कैंसर पाया गया था, जिसके चलते उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराया गया था। बीर दविंदर सिंह कुछ समय से कोमा में थे।
बीर दविंदर सिंह अपने राजनीतिक जीवन में कई राजनीतिक दलों में रहे हैं, लेकिन लंबा समय कांग्रेस में ही व्यतीत किया। प्रखर वक्ता होने के कारण बीर दविंदर सिंह की मांग सभी राजनीतिक दलों में रही है। वह वर्ष 2003 से वर्ष 2004 तक पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रहे। उन्हें वर्ष 2002 से 2007 की विधानसभा के दौरान सर्वाेत्तम विधायक का पुरस्कार भी मिला।
बीर दविंदर सिंह ने वर्ष 1980 में पहली बार कांग्रेस की टिकट पर सरहिंद विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत गए। 2002 में वह खरड़ से विधायक बने। डिप्टी स्पीकर बनने के बाद उन्होंने खरड़ के अंतर्गत आते मोहाली में नोएडा की तर्ज पर कई विकास योजनाओं की शुरूआत करवाई। अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने पर उन्हें कांग्रेस से बर्खास्त कर दिया गया।
इसके बाद उन्होंने शिरोमणि अकाली दल टकसाली का दामन थाम लिया। अपने राजनीतिक जीवन के दौरान बीर दविंदर सिंह ने कई समाचार पत्रों में ज्वलंत मुद्दों पर लेख भी लिखे। बीर दविंदर सिंह के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी,अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शोक व्यक्त किया है।