India- China: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं. गुरुवार को जोहान्सबर्ग में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति एक दूसरे से बात करते नजर आए थे. दोनों नेताओं के बीच कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई बल्कि दोनो नेता के चलते- चलते एक दूसरे से बात कर रहे थे.
जोहान्सबर्ग विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि, पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ब्रिक्स बिजनेस फोरम इंट्रा-ब्रिक्स साझेदारी के प्रमुख स्तंभों में से एक है… उन्होंने एक महत्वपूर्ण तत्व, लचीली और समावेशी आपूर्ति श्रृंखला विकसित करने की आवश्यकता के बारे में बात की… और, अंतर-ब्रिक्स देश में आपसी विश्वास और पारदर्शिता के महत्व पर भी चर्चा हुई.
जोहान्सबर्ग विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि, “राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत थी और जैसा कि मैंने कहा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री ने अन्य ब्रिक्स नेताओं के साथ बातचीत की. राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उस बातचीत में प्रधानमंत्री ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में LAC के साथ अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं पर प्रकाश डाला.”
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का प्रमुख परिणाम 6 नए सदस्यों, अर्जेंटीना, मिस्र, ईरान, इथियोपिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल करने के लिए अपनी सदस्यता का विस्तार करने का ब्रिक्स नेताओं का निर्णय है.
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि, प्रधानमंत्री ने अन्य ब्रिक्स नेताओं के साथ बातचीत की। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में LAC पर अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं पर प्रकाश डाला. प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखना और भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए LAC का सम्मान करना आवश्यक है. इस संबंध में, दोनों नेता अपने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र विघटन और तनाव कम करने के प्रयासों को तेज करने का निर्देश देने पर सहमत हुए.